विदर्भ स्वाभिमान का इतिहास
समय के साथ पत्रकारिता का रूप भी बदल रहा है.आज रक्त रंजित पत्रकारिता के माध्यम से यहां टीआरपी बनाने का प्रयास हो रहा है वही विदर्भ स्वाभिमान मानव सेवा,आदर्श अचार्य विचार और संस्कारों को बढ़ावा देने वाला अखबार है.
इस अखबार की स्थापना पूज्य बाबूजी पंडित जमुना प्रसाद दुबे के आशीर्वाद के साथ 29 जुलाई 2010 को की गई.इसके संपादक स्वयं श्री रामचरितमानस,श्रीमद् भागवत गीता और विभिन्न धर्म ग्रंथो का अध्ययन करने वाले पंडित सुभाष चंद्र दुबे हैं.
यह भारत का एकमात्र ऐसा अखबार है जिसने पिछले 14 वर्षों में माता-पिता की सेवा,देश प्रेम और सदैव सकारात्मक खबरों को ही महत्व दिया है.सामाजिक संस्कारों को जहां विदर्भ स्वाभिमान में सदैव बढ़ावा दिया वहीं सर्वधर्म समभाव और धार्मिक उपक्रमों को सदैव बढ़ावा देता है.
भारत रत्न डॉक्टर बाबासाहेब आंबेडकर विशेषांक,मातृ पितृ देवो भव विशेषांक,राष्ट्रीय खेल विशेषांक राष्ट्रीय स्तर पर सराहनी रहे हैं.
भारत में पहली बार किसी साप्ताहिक अखबार द्वारा माता-पिता की सेवा और उसके चमत्कार लेकर किताब का प्रकाशन किया गया.मातृ पितृ देवो भव किताब आज बच्चों को आदर्श संस्कार देने का काम कर रही है.
हत्या,बलात्कार तथा नकारात्मक खबरों को कभी इस प्रतिष्ठित अखबार में स्थान नहीं दिया जाता.आप सभी का सहयोग हमारे इस नेक काम में सदैव मिलेगा और हमेशा मिलता रहा है,भविष्य में भी पाठकों और विज्ञापन दाताओं का सहयोग इसी तरह मिलता रहेगा,यही कामना करता हूं.
सुभाषचन्द्र जमुनाप्रसाद दुबे
संपादक ९४२३४२६१९९
वीणा सुभाषचन्द्र दुबे
मुख्य प्रबंधक ८८५५०१९१८९
मिस श्वेता सुभाषचन्द्र दुबे
मार्केटिंग हेड